भर कर मांग मैं उसकी ,
उसे अपना बना लूंगा,
किया है एक वादा खुद से जो ,
मैं उसको निभा लूंगा ।
मुझे मालूम है कि,
ये दिल हर दम बहकता है,
मिलेगा एक कोना जो ,
उसे ही घर बना लूंगा।
कभी ये नही सोचा ,
कि उसको पा ही जाऊं मैं ,
मिले जो हाथ हाथो में,
उसे उससे चुरा लूंगा।
पता है की नही मेरी,
वो फिर भी मैं ये कहता हूं,
मिलेगी जब भी अपनी सी ,
उसे अपना बना लूंगा।
अमन '' तेज''
उसे अपना बना लूंगा,
किया है एक वादा खुद से जो ,
मैं उसको निभा लूंगा ।
मुझे मालूम है कि,
ये दिल हर दम बहकता है,
मिलेगा एक कोना जो ,
उसे ही घर बना लूंगा।
कभी ये नही सोचा ,
कि उसको पा ही जाऊं मैं ,
मिले जो हाथ हाथो में,
उसे उससे चुरा लूंगा।
पता है की नही मेरी,
वो फिर भी मैं ये कहता हूं,
मिलेगी जब भी अपनी सी ,
उसे अपना बना लूंगा।
अमन '' तेज''
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