शुक्रवार, 21 जुलाई 2017

तो कह देता हूँ

साथ खोने से डरता हूँ ,
तो कह देता हूँ,
मैं तुमपे जो मरता हूँ ,
तो कह देता हूँ।

नहीं है मंजिलो की खबर सिर्फ तुम हो,
मैं इनके रस्ते से डरता हूँ ,
तो कह देता हूँ।

कभी जो तुम ये जानो की ,तबियत है मेरी कैसी
तेरे रोने से डरता हूँ ,
तो कह देता हूँ।

कभी न कभी जाना है ,दूर
तुमको भी  मुझसे ,
मैं उस लम्हे से डरता हूँ ,
तो कह देता हूँ। अमन

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