सुकून के साथ अब मैं सोना चाहता हूं,
किसने कहा तुझको मैं, तेरा होना चाहता हूं।
कर लिया प्यार और सुन लिया दिल को हमने,
बिखरी हुई जिंदगी को, अब पिरोना चाहता हूं।
देखा असर दुआओं का, मांगा बहुत तुझको,
फिर से अपने आप मे, मैं खोना चाहता हूं।
है जन्नत मेरी साथ तेरे,ये मालूम है मुझको ,
दोजख ही सही दुनिया ,पर मैं जीना चाहता हूं।
किसने कहा तुझको मैं, तेरा होना चाहता हूँ।।
किसने कहा तुझको मैं, तेरा होना चाहता हूं।
कर लिया प्यार और सुन लिया दिल को हमने,
बिखरी हुई जिंदगी को, अब पिरोना चाहता हूं।
देखा असर दुआओं का, मांगा बहुत तुझको,
फिर से अपने आप मे, मैं खोना चाहता हूं।
है जन्नत मेरी साथ तेरे,ये मालूम है मुझको ,
दोजख ही सही दुनिया ,पर मैं जीना चाहता हूं।
किसने कहा तुझको मैं, तेरा होना चाहता हूँ।।
बढ़िया
जवाब देंहटाएंशानदार रचना
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