रविवार, 18 नवंबर 2012

मुझे प्यार चाहिए

काम का उन्माद नहीं ,
मन की उद्दंडता नहीं ,
चित्त में चंचलता नहीं ,
निर्मल भावों  से भरा ,
प्यारा सा संसार चाहिए ...

मुझे प्यार चाहिए ........

बंधन न हो अश्रु के ,
नयन न रोके मुझे ,
गरिमा के बंधन से बंधा ,
भविष्य का निर्माण चाहिए ,

मुझे प्यार चाहिए ........    "अमन मिश्र "

4 टिप्‍पणियां:

  1. बिना दर्द और आँसू के कोई प्यार परवान ही नहीं चड़ता....

    सोच और भाव खूबसूरत है .......सादर



    kripya ye word verief hata dijye ........comment karne mein bahut mushkil hoti hai

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  2. jab dil milta hai toh ansuo ka sehlav ata hi hai
    jo rishta isse par kar jaye wahi saccha kehlata hai

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