तोहे मई वो न कहु जो तुझको लगे मीठ.
अति प्रेम जो मन भयो , बुद्धि बनावे ठीठ....
देखन तेरो भीतरो , कोई यन्त्र न आये .
जो छुपावे तू आपनो , खुद ही बाहर आये .......
सत्य कहु को न प्रिय लगे , मति जो फिर फिर जाये ..
सही सीख उहो यु लगे ,जैसे कटा दियो चुभाएँ ...........
अति प्रेम जो मन भयो , बुद्धि बनावे ठीठ....
देखन तेरो भीतरो , कोई यन्त्र न आये .
जो छुपावे तू आपनो , खुद ही बाहर आये .......
सत्य कहु को न प्रिय लगे , मति जो फिर फिर जाये ..
सही सीख उहो यु लगे ,जैसे कटा दियो चुभाएँ ...........
saty vachan ....
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