रातों रात पेड़ काट दिए, जंगल जला दिए।
हम सोए रहे, नदिया सूखा दिए।
वो चिड़िया अब रोती है,
घोसले गवा दिए,
कुछ आंखो में पानी लाओ,
जो बोतलों में ला दिए। - अमन मिश्रा
हम सोए रहे, नदिया सूखा दिए।
वो चिड़िया अब रोती है,
घोसले गवा दिए,
कुछ आंखो में पानी लाओ,
जो बोतलों में ला दिए। - अमन मिश्रा